Wednesday 27 May 2015

दोहे

दोहे
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इक चाँद बहुत दूर है, इक है हमरे पास

इक बदली में है घिरा, इक है बहुत उदास


इक सावन है वेदना, इक है हर्ष विकास

विरह अगन कोई जली, कोई प्रियतम पास


इक सौंदर्य दिखावटी ,इक का भीतर वास

इक क्षणभंगुर होत है , अरु इक फले कपास


इक बंदा बहु ख़ास है, इक का जीवन आम

इक है बस शाने ख़ुदा, इक ले हरि का नाम


धरती के दो रूप हैं, इक माँ इक संसार

इक प्यारी ममतामयी,इक पोषण आधार


मीरा का समर्पण इक , इक राधा का प्यार

क्यों ना हों संपूर्ण जब, कृष्ण भये आधार

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सर्वाधिकार सुरक्षित/ त्रिभवन कौल

10 comments:

  1. Laxmanprasad Raamaanuj Ladiwala भावपूर्ण दोहें रचने के लिए हार्दिक बधाई श्री त्रिभुवन क़ौल साहब
    via fb/YUSM on 27-05-2015

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  2. दिनेश पाण्डेय वाह वाह आदरणीय अद्भुत एवं अद्वितीय एवं भावनाओं से परिपूर्ण सृजन के लिए हार्दिक बधाई एवं लेखन को नमन।

    via fb/YUSM on 27-05-2015

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  3. Rajmishra Mishra Raj Pbh 9:38pm May 27
    वाह क्या कहना है आपका अतीव सुंदर कृति जय माँ शारदे
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    DrHemlata Suman 9:31pm May 27
    भावपूर्ण दोहें रचने के लिए हार्दिक बधाई सर....
    ...नमन आपको
    via fb/YUSM

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  4. Kirti Singh 11:10pm May 27
    beautiful sir..
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    Chanchlesh Shakya 10:09pm May 27
    वाह
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    DrArchana Gupta 10:07pm May 27
    वाह्ह्ह्ह्ह्ह् लाजवाब
    via fb/YUSM

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  5. Om Prakash Shukla 7:47am May 28
    ।। सुन्दरतम् ।।

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  6. Manoj Kamdev Sharma 1:27pm Jun 15
    धरती के दो रूप हैं, इक माँ इक संसार
    इक प्यारी ममतामयी,इक पोषण आधार bahut khoob sir

    via fb/kavitalok

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  7. Aradhana Prasad वाह्ह
    June 15 at 5:59pm
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    Nilam Srivastava वाहह बहुत खूब
    June 15 at 6:00pm
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    Manjusha Mitra वाह जी वाह
    June 15 at 6:00pm

    via fb/kavody

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  8. मां आनन्द प्रदीपा 9:32pm Jun 15
    सुंदर|
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    Kumar Adesh Chaudhary 8:54pm Jun 15
    Bhut hi sundar evam prshansneey..........
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    Rekha Joshi 7:51pm Jun 15
    धरती के दो रूप हैं, इक माँ इक संसार
    इक प्यारी ममतामयी,इक पोषण आधारbahut khub
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    Neeru Agarwal 6:35pm Jun 15
    बेहतरीन
    via fb/kavyody

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  9. Pradnya Kaithwas 5:08pm Jun 16
    इक सौंदर्य दिखावटी ,इक का भीतर वास
    इक क्षणभंगुर होत है , अरु इक फले कपास..... सुहावन कथन !
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    रामकुमार चतुर्वेदी 4:42pm Jun 16
    सुंदरम् ..जय हो

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  10. Sharda Madra वाह अति सुंदर
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    Aman Srivastav सर आपकी रचना सीधे दिल को छु जाती है..
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    via fb/kavitalok

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