नेपाल के भूकम्प की त्रासदी पर जो २५-०४-२०१५
को आया था
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प्राकर्तिक आपदाओं से संसार आंतकित
बाढ़, ज़लज़लों को किया हमने आमंत्रित
दोष "उसकी मर्ज़ी" कह 'ईश' पर मढ़ दिया
तार तार पर्यावरण कर, की मौत सुनिश्चित
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सर्वाधिकार सुरक्षित/ त्रिभवन कौल/25-04-2015
Prakartik aapdaon se sansaar aatankit
Baad, zalzalon ko kiya hamne aamantrit
Dosh “USKI marzi” kah ‘EESH’ par madh diya
Taar taar paryavaran kar, kee maut sunishchit.
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नेपाल के भूकम्प की त्रासदी पर जो २५-०४-२०१५
को आया था
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Picture curtsy:- Google.com
Thanks. It is so nice of you.
ReplyDeleteRamkishore Upadhyay सत्य और सुंदर
ReplyDelete--------------------------------------------------- on fb 24-05-2015
Manoj Kamdev Sharma Right sir atti sunder
ReplyDelete-----------------------------------------------------------on fb/24-05-2015
Vijay Kumar Bharteya धरती मां की पुकार. सुनें बस ओर नहीं बस बस. ऒर. नहीं
ReplyDelete----------------------------------------------------------------------------fb/24-05-2015
अंकिता कुलश्रेष्ठ 4:54pm Jun 5
ReplyDeleteसुंदर रचना वाह
via fb/kavyody
लेखराम शर्मा 5:31pm Jun 5
ReplyDelete......और दुराचार के फल को कह रहे दुर्भाग्य .
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Prince Mandawra 4:58pm Jun 5
हार्दिक स्वागत है आपका इस सुंदर रचना के साथ आशा करुगा और अनुरोध कि इस समूह को रविवार तुकान्त शैली तक तो रचनाए पढने और सीखने को मिले.
via fb/apne bhav apni kavita
Rajesh Kumar 7:02pm Jun 5
ReplyDeleteअतीव सुन्दर .......|
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ब्रह्माणी 'वीणा' हिन्दी साहित्यकार 6:41pm Jun 5
अति सुंदर मुक्तक है,,,,स्वागत है आपका
via fb/apne bhav apni kavita
Mahima Verma 7:14pm Jun 5
ReplyDeleteदोष "उसकी मर्ज़ी" कह 'ईश' पर मढ़ दिया
तार तार पर्यावरण कर, की मौत सुनिश्चित,,,,,,,,,, वाह्ह्ह,, अति सुन्दर,,
via fb/abak
प्रदीप शर्मा 9:04am Jun 6
ReplyDeleteबहुत सुंदर
via fb/abak