गीतिका................................Geetika
२१२ १२ १२
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भूप है क्षमा नहीं........................bhoop hai kshma nahi
धनिक है दया नहीं II..................dhanik hai daya nahi.
वोट के समीकरण......................vot ke samikaran
धर्म से जुदा नहीं II.....................dharm se juda nahi .
रात को जो' सो लिए....................raat ko jo so liye
सुब्ह जगें' पता नहीं II..................subh jage pata nahi .
लाश लाश ढो रही.......................lash lash do rahi
लोक को हया नहीं II....................lok ko hya nahi
हुस्न क्षण भर का' है......................husn khsn bhr kaa hai
रूप है अदा नहीं II......................roop hai ada nahi.
ईश बहुत हो गया.........................EESH bahut ho gaya
कर अबौ क्षमा नहीं II....................kar abo khsma nahi.
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सर्वाधिकार सुरक्षित /त्रिभवन कौल
२१२ १२ १२
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भूप है क्षमा नहीं........................bhoop hai kshma nahi
धनिक है दया नहीं II..................dhanik hai daya nahi.
वोट के समीकरण......................vot ke samikaran
धर्म से जुदा नहीं II.....................dharm se juda nahi .
रात को जो' सो लिए....................raat ko jo so liye
सुब्ह जगें' पता नहीं II..................subh jage pata nahi .
लाश लाश ढो रही.......................lash lash do rahi
लोक को हया नहीं II....................lok ko hya nahi
हुस्न क्षण भर का' है......................husn khsn bhr kaa hai
रूप है अदा नहीं II......................roop hai ada nahi.
ईश बहुत हो गया.........................EESH bahut ho gaya
कर अबौ क्षमा नहीं II....................kar abo khsma nahi.
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सर्वाधिकार सुरक्षित /त्रिभवन कौल
Image curtsy Google.com
कवयित्री छाया शुक्ला
ReplyDeleteआदरणीय बहूत सुन्दर वाह
September 2 at 1:41pm
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Sharda Madra
बहुत सुंदर सृजन।
September 2 at 2:05pm
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Shyamal Sinha
सुन्दरम्
September 3 at 10:56am
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Om Prakash Shukla
बहुत सुन्दर
लाजवाब कृति आदरणीय
सादर नमन
September 3 at 12:48pm
------------------------via fb/गीतिका सृजन
Ramkishore Upadhyay
ReplyDeleteअति सुन्दर
September 3 at 7:08am
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Ramesh Rai
September 3 at 7:25am
अति सुंदर ।
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Arvindd Kern
September 3 at 8:47am
Bahut khoob
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Reeta Grover
September 3 at 3:10pm
Very nice
----------------------via fb/TL
एक लेखक विवेक चौहान
ReplyDeleteअति सुंदर भाव पूर्ण
September 2 at 4:08pm
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Sharda Madra
वाह अति सुंदर।
September 2 at 4:19pm
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Vandaana Goyal
बहुत खूब आदरणीय
September 2 at 4:32pm
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Vishal Narayan
बहुत खूब आदरणीय...
September 2 at 4:34pm
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गुप्ता कुमार सुशील
बहुत ही भावपूर्ण व सार्थक प्रस्तुति है आप की आदरणीय ....वाह्ह |
September 2 at 4:48pm
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Om Prakash Shukla
वाह्ह वाह अभिनन्दन आदरणीय
सार्थक चिंतन सामायिक परिवेश पर
September 2 at 5:12pm
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Shivani Sharma
बहुत भावपूर्ण रचना
ह्रदय को झकझोर गयी ...
September 2 at 5:16pm
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Sonia Gupta
अभिनंदन आपका समारोह में..अति सुंदर प्रस्तुति सर
September 2 at 6:00pm
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पंडित राजेश पाठक वाह...
बहुत सुंदर सृजन आदरणीय
September 2 at 9:42pm
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Vivek Sharma Aastik
वाहहहहहहहह बहुत सुंदर समसामयिक बिषय पर शिल्पबद्ध, मार्मिक गीतिका आदरणीय, आपकी उपस्थिति व लेखनी को सादर नमन.
September 2 at 10:52pm
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Ramkishore Upadhyay
मार्मिक सृजन ,,नमन आपकी लेखनी को
September 2 at 11:03pm
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Suresh Pal Verma Jasala
वाहहहहह आदरणीय अत्युत्तम,,,, लेखनी को नमन
September 3
------------------via fb/युवा उत्कर्ष साहित्यक मंच
Om Prakash Shukla
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
लाजवाब कृति आदरणीय
सादर नमन
September 3 at 12:48pm
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Raj Kishor Mishra Mohammadi
मार्मिक
September 5 at 11:08pm
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Vishwambhar Shukla
आदरणीय बहुत मार्मिक सृजन हुआ है आद.Tribhawan Kaul जी , बधाई आपको सरोकार की इस अभिव्यक्ति की _
भूप है क्षमा नहीं
धनिक है दया नहीं II
वोट के समीकरण
धर्म से जुदा नहीं II
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लाश लाश ढो रही
लोक को हया नहीं II...अत्यंत मार्मिक
(यह चित्र मुझे विचलित करता है इसलिए प्रतिक्रिया विलम्ब से दे पाया हूँ )
September 6 at 9:15am
-------------------------------via-fb/गीतिका सृजन