हाइकू श्रृंखला -2
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बादल घने
सतरंगी कमानी
बच्चे उल्लासी I
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उड़ते पंछी
स्वछंद सीमा पार
मनु बेचारा I
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ममता चीख़ें
रक्तिम नवजात
हर्षित तात I
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गगन चुम्भी
श्रमिक श्रम कण
स्व गन्दी बस्ती I
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बूँद औस की
धरती और पत्ता
कब्र या मोती I
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सूर्य की आभा
क्षितिज की मुस्कान
घर वापसी I
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सर्वाधिकार सुरक्षित /त्रिभवन कौल
Comments via fb/TL
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Prince Mandawra
बहुत खूब आ. जी
November 8 at 4:33pm
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बलदाऊ गोस्वामी
सभी हाइकूयें बहुत अच्छी साझा करने के लिए बधाई --
November 8 at 4:41pm
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Adv.Dhirendra Kumar
बढिय़ा बधाई
November 9 at 9:26am
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Comments via fb/युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (न्यास)
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Prince MandawraGroup
बहुत खूब
November 8 at 4:24pm
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Shyamal Sinha
बहुत सुन्दर वाहहह
November 8 at 4:59pm
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Sharda MadraGroup
अतीव सुंदर।
November 8 at 5:27pm
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Chanchlesh ShakyaGroup Moderator
वाहहह वाहह बहुत सुन्दर
November 8 at 5:46pm
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Chanchala Inchulkar Soni
अति सुंदर
November 8 at 7:54pm
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Raj Kishor Pandey
बहुत सुंदर
November 8 at 9:52pm
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गुप्ता कुमार सुशील
वाह्ह् अनुपम सृजन आदरणीय.🙏
November 9 at 12:59am
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Arun Dev Yadav
ReplyDeleteवाह... नमन आदरणीय
November 8 at 10:39pm
----------------via fb/आगमन ...एक खूबसूरत शुरुआत
via fb/Poets, Artists Unplugged
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Gurpreet Singh Rana 6:30am Nov 9
Wah
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Nidhi Popli 6:30am Nov 9
Wah !
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