Tuesday 30 June 2015

वर्ण पिरामिड

वर्ण पिरामिड
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लो
तुम
सवांरो
पल्लवित
भावनाओं को
शब्दों से, मिलता
एक नया आयाम.
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सर्वाधिकार सुरक्षित /त्रिभवन कौल

मैं
बेटी
कोख में
पल्लवित
पात डाली पे
...हैं संघर्षरत
डर, पतजड़ का
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सर्वाधिकार सुरक्षित/त्रिभवन कौल 

5 comments:

  1. Om Prakash Shukla 7:41am Jul 1
    बहुत सुन्दर कृतियाँ हैं सर
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    Seema Vyas 9:39pm Jun 30
    बहुत सुन्दर आदरणीय ।

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  2. Lokendra Mudgal 10:00pm Jun 30
    आदरणीय जी आपने दोनों ही वर्ण पिरामिड़ सार्थक संदेश के साथ रचे हैं, विशेषकर द्वितीय पिरामिड़ कन्या भ्रूण हत्या के प्रति मानवीय भावना को झकझोरता है । आपको एवं आपकी लेखनी को कोटिश नमन । सादर
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  3. Rita Thakur 3:21pm Jul 1
    बढ़िया रचना
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    Sheikh Shahzad Usmani 8:26am Jul 1
    बेहतरीन भाव पूर्ण अभिव्यक्ति आदरणीय जी..दूसरे वर्ण पिरामिड में "पतझण" का अनुपम संदेश वाहक प्रयोग बेहतरीन....वाह

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  4. Chanchala Inchulkar Soni 8:06pm Jul 1
    वाह्ह्ह सार्थक अभिव्यक्ति _/\_

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  5. Musafir Vyas 9:41pm Jul 1
    आद. शानदार
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    Suresh Pal Verma Jasala 8:29pm Jul 1
    *वर्ण-पिरामिड सप्ताहाँक -09 में ,, ,,वर्ण पिरामिड लिखने हेतु आपका अंतस से अभिनंदन ,,,

    व अति सुन्दर ,,सार्थक वर्ण पिरामिडो के लिए आपकी लेखनी का वंदन ,,अभिनन्दन

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