Monday 10 September 2018

चतुष्पदी (Quatrain-46)



ना तराशे मुझे तू , ना तराशूं मैं तुझे 
कोयला हैं हम, कोयला ही बने रहें
हीरों को खरीदा है केवल अमीरों ने
खरीदें तो हमसे गरीबों के चूल्हे जलें।
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सर्वाधिकार सुरक्षित /त्रिभवन कौल 

4 comments:

  1. उमेश श्रीवास्तव 'राही'
    September 11 at 4:41 PM
    बहुत सुंदर
    ------------------via fb/TL

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  2. निशि शर्मा 'जिज्ञासु'
    September 12 at 3:57 PM
    वाह !
    -------------------via fb/TL

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  3. via fb/Purple Pen.
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    वसुधा कनुप्रिया 12:12am Sep 13
    कोयले-हीरे के बिंब द्वारा सुन्दर बात कही । सार्थक चतुष्पदी आदरणीय ।

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  4. Girish Saraswat
    September 13 at 3:08 PM
    बहुत खूब ! हार्दिक बधाई
    ---------------------via fb/TL

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