Monday 10 September 2018

पुस्तक " तो ज़िंदगी सवंर गयी' के लोकार्पण पर


 दिनांक ०९ सितम्बर २०१८ को अपने स्नेही मित्र और ग़ज़लकार  श्री आर एस अरोरा " दिलदार ' जी के निमंत्रण पर उनकी पुस्तक " तो ज़िंदगी सवंर गयी' के लोकार्पण पर उर्दू घर जाने का अवसर मिला जहाँ महशूर ग़ज़लकारों सर्व श्री सीमाब सुल्तानपुरीजी  , मलिकज़ादा जावेद जी , सरवत जमाल जी, से आत्मीय भेंट हुई और साथ ही साहित्यकार /ग़ज़लकार /कवि मित्रों सर्वश्री कमर बदरपुरी जी,  ,रामकिशोर उपाध्याय जी , अनिल मीत जीए एस अली खान जी , जगदीश मीणा जी, श्रीमती कमला सिंह ज़ीनत जी से भी हर बार की तरह फिर से मिलन का सुखद अवसर प्राप्त हुआ। इस आयोजन को  श्री माहरूफ खान रायबरेलवी ने अपनी दिलकश अंदाज़ में संचालित किया।    'दिलदार ' जी द्वारा रचित ग़ज़लों को संगीतमय और अपनी मधुर और आकर्षित आवाज़ में गा कर मशहूर गायक पंकज जसवानी ने तो इस दिन की शाम को चिरस्मरणीय बना दिया। ऐसा लगता है कि ग़ज़लकारों की दुनिया में  'दिलदार' नाम  एक और सितारे का आगमन हुआ है। श्री आर एस अरोरा " दिलदार ' जी को हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनायें।
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