Saturday 19 November 2016

एक अविस्मरणीय लखनऊ प्रवास Memorable days spent with literati (hindi)

Memorable days spent with literati (hindi) at Lukhnow on 13th -14th November 2016.

१३-१४ नवम्बर २०१६ का लखनऊ प्रवास एक अविस्मरणीय अनुभूतियों से भरपूर  रहा। हर्ष के वह पल भुलाएं नहीं भूलेंगे जब प्रख्यात व्यंगकारों और साहित्य मनीषियों से उनके निवास स्थान पर और समारोह स्थल पर आपसी परिचय और वार्तालाप/साहित्यक चर्चा हुई।  मृदुल, निर्मल और सरल व्यक्तित्व को सार्थक करते सर्वश्री आ गोपाल चतुर्वेदी जी (लेखक-कवि -व्यंगकार) आअनूप श्रीवास्तव जी (माध्य्म साहित्य संस्थान  के महामंत्री  एवम 'अट्टहास ' पत्रिका के संपादक ),आ विश्वम्भर शुक्ल जी (वरिष्ठ साहित्यकार -कवि और मुक्तक लोक के संस्थापक-संचालक ) एवं प्रख्यात कवि -साहित्यकार दम्पति आ लक्ष्मी शंकर बाजपेयी जी ,सुश्री ममता किरण जी  साक्षात्कार इस यादगार साहित्यक यात्रा  की एक उपलब्धी रही।

इस अवसर पर मैंने अपना नवीन काव्यसंग्रह 'बस एक निर्झरणी भावनाओं की ' भी सादर भेंट की।  






दिल्ली से लखनऊ और लखनऊ से दिल्ली  मित्र साहित्यकारों (श्री ओम प्रकाश शुक्ल जी, Shwetabh Pathak जी आपका मित्र, Ramkishore Upadhyay जी Omprakash Prajapati जी ,अकेला इलाहाबादी जीSanjay Kumar Giri जSuresh Pal Verma Jasala जी ) के सानिध्य , स्नेह और आदर भरपूर मिला। साथ साथ युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच , माध्यम साहित्य संस्थान , सुप्रभात मंच , मुक्तक लोक एवं ट्रू मीडिया के सामूहिक तत्वाधान में आयोजित गीतिका गोष्ठी एवं साहित्यकार सम्मलेन एवं परिचर्चा एक अत्यंत ही सफल आयोजन रहा जिसमे साहित्यकार और कवि  आ रामकिशोर जी के ऊपर केंद्रित ट्रू मीडिया पत्रिका का लोकार्पण मुख्य आकर्षण रहा।  दूसरे दिन साहित्यकार -कवि  आ सुरेशपाल वर्मा जसाला जी को राजीव गाँधी एक्सीलेंसी अवार्ड से सम्मानित किया गया।  आ   जी और  आ   जी को हार्दिक बधाई और अनन्त शुभकामनाएं। 

Bas Ek Nirjharni Bhawnaon Ki (Hindi) available with:-

_/\_दोस्तों पुस्तक उपलब्ध है :- प्रकाशक :- हिंदुस्तानी भाषा अकादमी , 3675 , राजापार्क, रानीबाग़ , दिल्ली -110034 या अमेज़न डॉट इन (amazon.in) पर I
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