हृदय का धडकना नयी बात नहीं है
होंठों का कंम्पन भी खैरात नहीं है
चेहरे की मुस्कान, जो समझे
निमंत्रण
प्यार करने की उसमे औकात नहीं है II
hridy kaa dadkna nayi baat nahi hai
honton kaa kampan bhi khairaat nahi hai
chehre kee muskaan, jo smjhe nimantran
pyar karne kee usme aukaat nahi hai.
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सर्वाधिकार सुरक्षित/मन की तरंग/त्रिभवन कौल
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Comments via fb/TL
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Ramkishore Upadhyay
December 27 at 12:37pm
अति सुंदर
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Shashi Tyagi
December 27 at 12:46pm
अति सुंदर
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Ranjana Patel
December 27 at 12:48pm
Great
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Shelleyandra Kapil
December 27 at 5:04pm
हंसने वाले हंसते ही रह गये, कहने वाले अपनी बात कह गये, हम जैसे तो बस सोचते. रह गये, सही वक्त आयेगा, इन्तजार करते रह गए।
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via fb/Poetry Junction
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Indu Gupta 11:19am Dec 27
Wah
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Via fb/ Purple Pen
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वसुधा कनुप्रिया 11:35am Dec 27
वाहहह ख़ूब कहा आदरणीय
via fb/आगमन ...एक खूबसूरत शुरुआत
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ममता लड़ीवाल 1:49pm Dec 27
वाहह बहुत बढ़िया
via fb/Poets, Artists Unplugged
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Hitesh Lav 2:10pm Dec 27
Wah...bahut umda...bahut dinon baad aaye aap PAU mein.
via fb/Purple Pen
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निशा मित्तल 11:35am Dec 27
बहुत सुंदर
via fb/ट्रू मीडिया साहित्यिक मंच
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Kviytri Pramila Pandey 7:31pm Dec 27
वाहहहहह अतिसुंदर
via fb/ट्रू मीडिया साहित्यिक मंच
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Vishakha Gautam 11:15pm Dec 27
बहुत ख़ूब 👌👌
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Omprakash Prajapati 7:38am Dec 28
गज़ब
via fb/Delhi Poetree
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Sudeshna Majumdar 11:13am Dec 29
Nailed it...very nice expression