ख़फ़ा होना मेरी फितरत में था ही नहीं ज़माने की गर्द ने वह भी सिखा दिया।
khafa hona meri fitrat mein thaa hee nahi zamane kee grad ne wh bhi sikha diya .
---------------------------------------------- सर्वाधिकार सुरक्षित /सबरंग /२०१०
comments via fb/TL ------------------- Vijay Mishra December 18 at 4:23pm बहुत खूब जी । ---------------------- Rekha Joshi December 18 at 5:17pm बहुत खूब ----------------------- Anjana Mishra December 18 at 5:26pm खूब कहा --------------------- पुरुषोत्तम फौजदार December 18 at 6:00pm खूब वाहहह --------------------- Vishakha Gautam December 18 at 7:04pm वाह बहुत ख़ूब ---------------------- Rajnee Ramdev December 18 at 9:56pm वाहह ----------------------
Rakesh Sharma December 19 at 5:55am वाह बहुत सुन्दर आदरणीय ....👌 ------------------------------- Raj Kumar Vishwakarma December 19 at 3:31pm Bahut khub -------------both comments via fb/TL
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Vijay Mishra
December 18 at 4:23pm
बहुत खूब जी ।
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Rekha Joshi
December 18 at 5:17pm
बहुत खूब
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Anjana Mishra
December 18 at 5:26pm
खूब कहा
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पुरुषोत्तम फौजदार
December 18 at 6:00pm
खूब वाहहह
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Vishakha Gautam
December 18 at 7:04pm
वाह बहुत ख़ूब
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Rajnee Ramdev
December 18 at 9:56pm
वाहह
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Neelam Sahu
ReplyDeleteDecember 18 at 11:58pm
ये गर्द होती तो झाड़ देती इसे बेदर्द है ये बेदर्द है ये इसकी दवा नही शूल है धूल शूल है धूल चुभती रहती है फूल नही ये फूल नही ये जो मुरझा जाते सीख लो अभी सीख लो अभी आओ सीखने वाले वक़्त सिखाये नीलम साहू®©★
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Rakesh Sharma
ReplyDeleteDecember 19 at 5:55am
वाह बहुत सुन्दर आदरणीय ....👌
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Raj Kumar Vishwakarma
December 19 at 3:31pm
Bahut khub
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