चंद लम्हों में फ़ैसला न करो*
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क्या शिकायत क्या शिकवा
क्यूँ हम ज़िंदगी से रुसवा
जाने की यूं ज़िद नही ना करो
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो...
सोचा क्या था क्या हो गया
प्यार हमारा कहां खो गया
सज़ा से मुझे बरी ना करो
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो
भूल गए हम बरसात की रातें
हाथ में हाथ डाल प्रेम भरी बातें
जो शरू है हुअा अंत ना करो
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो
लपेटे अहम् बेकार ही
प्यार चैन ओ करार ही
रिश्तों को यूँ खत्म ना करो
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो
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सर्वाधिकार सुरक्षित/त्रिभवन कौल
Sudha Lodhi
ReplyDeleteJuly 13 at 11:40pm
चंद लम्हों में अगर फैसला न करो तो वे अक्सर बदल जाया करते हैं... सर :)
--------------------------------via fb/निर्झरणी भावनाओं की
Shakuntala Tanwar
ReplyDeleteफैसलों के लिए समय रखना चाहिए
July 13 at 11:19am
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Seharyar Khan
Too romantic
July 13 at 11:36am
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Ranjana Patel
Waaaah
July 13 at 1:04pm
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Reeta Grover
बहुत बड़िया ।
July 14 at 9:58am
-------------------------via fb/TL
via fb/purple pen
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Rajnee Ramdev
वाहह बेहतरीन अभिव्यक्ति
July 18 at 10:54pm
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Pankaj Sharma
शब्दों का करिश्माई जादू दिल को छू गया ।
बहुत सुंदर आदरणीय ।
July 18 at 10:56pm
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Arun Sharma
Ati uttam
July 18 at 11:03pm
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निशि शर्मा 'जिज्ञासु'
बहुत सुंदर
July 18 at 11:16pm
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Chanchala Inchulkar Soni
बहुत बहुत ही सुंदर गीत ...
July 19 at 6:54am
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वसुधा कनुप्रिया
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो.... बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति आदरणीय कौल जी । सादर नमस्कार
July 19 at 8:55am
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Amrata Mandloi Pota
वाहह सुन्दर सृजन आदरणीय
July 19 at 12:58pm
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Indira Sharma
Vaah. Ek siikh chand lamhon men faisla n karo
July 19 at 1:04pm
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via fb/ युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच
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Milan Singh
अति सुंदर सृजन।
July 18 at 11:19pm
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Raj Kishor Pandey
सुंदर सृजन आदरणीय
July 18 at 11:26pm
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Rahat Barelvi
अति सुंदर सृजन प्रेम गीत। बधाई सर
July 18 at 11:31pm
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गुप्ता कुमार सुशील
वाहह भावप्रद सुन्दर प्रस्तुति आदरणीय.🙏
July 19 at 1:04am
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Ravi Sharma
वाहहहहह शानदार
July 19 at 3:17am
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Rajesh Srivastava
बहुत सुन्दर सार्थक सृजन ,
July 19 at 4:10am
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Sharda Madra
वाह अतीव सुंदर
July 19 at 6:27am
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Reeta Grover
उत्तम प्रस्तुति ।
July 19 at 2:31pm
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Mahatam Mishra
बहुत ही सुंदर आदरणीय, लपेटे अहम् बेकार ही
प्यार चैन ओ करार ही
रिश्तों को यूँ खत्म ना करो
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो
--------------------------------वाह वाह
July 19 at 3:46pm
Prahlad Pareek
ReplyDeleteवाह्ह्ह
July 19 at 8:44pm
----------------via fb/युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच