मिलन
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मिलन की आस है
तनो की प्यास है
जुड़े जब मन से मन
प्रणय सूत्र रास है।
रोज़ मधुमास है
रात हर ख़ास है
धड़कने नाचती
तू जो मेरा स्वास है।
उत्साह नहीं मेघ में
दामनी उदास है
धरा की उपेक्षा
क्रोध का आभास है।
जुबां है कटार तो
जुबां बनाये दास है
प्यार के बोल में
ईश का निवास है।
हुस्न मैं इश्क तू
हास ना परिहास है
मीरा मैं कृष्ण तू
मिलन की आस है।
जीवन उपहास ना
ना भक्ति होती त्रास है
भटक ना पथ से तू
लक्ष्य तेरे पास है।
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सर्वाधिकार सुरक्षित /त्रिभवन कौलImage :-Curtsy Google.com
via fb/TL
ReplyDelete-----------
Vijay Mishra
अति सुन्दर सृजन ।
June 27 at 4:44pm
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Ramkishore Upadhyay
अनुपम सृजन
June 27 at 8:56pm
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Deepmala Maheshwari
Nice one
June 27 at 9:04pm
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Swapan Ghosh
Thoughts that overlap.
June 27 at 10:29pm
+++
Tribhawan Kaul
Yes, it is intentional Swapan Ji .
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Anam Das
बेहतरीन !
June 27 at 10:40pm
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Rajeshwer Sharma
वाह अति सुन्दर।
June 28 at 5:41am
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via/fb/युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच
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Kviytri Pramila Pandey
वह अतिसुन्दर
June 27 at 6:39pm
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बसंत कुमार शर्मा
वाह अनुपम , कम शब्दों में उत्तम अभिव्यक्ति
June 27 at 7:03pm
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Vijay Mishra Daanish
वाहःहः वशह बहुत बेहत्तरीन
June 27 at 7:33pm
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Rahat Barelvi
वाह्ह्ह् वाह्ह्ह् बहुत उत्तम सृजन आदरणीय
June 27 at 7:50pm
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Raj Bhadoriya
उत्साह नही मेघ में....क्रोध का आभास है वाह आदरणीय
June 27 at 8:11pm
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राम केश मिश्र
वाह वाह बहुत खूबसूरत
June 27 at 8:53pm
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Raj Kishor Pandey
वाह वाह अति सुंदर
June 27 at 9:42pm
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Milan Singh
वाह वाह बहुत सुंदर सृजन नमन आदरणीय
June 27 at 10:18pm
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Prahlad Pareek
बहुत खूब
June 27 at 10:40pm
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डॉ शिप्रा शिल्पी
वाह।।।।अति सुंदर सृजन।।
June 27 at 11:12pm
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via fb/Purple Pen
ReplyDeleteArun Sharma
Uttam
June 27 at 4:59pm
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Pankaj Sharma
अनुपम
June 27 at 5:07pm
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Jyotsna Singh
सुन्दर लिखा है आपने Tribhawan Kaul जी
June 27 at 5:24pm
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Ichchhit Jee
बहुत बढ़िया
June 27 at 6:00pm
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अरुण शर्मा
अनुपम
June 27 at 6:22pm
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वसुधा कनुप्रिया
प्यार के बोल में/ईश का निवास है..... अति सुन्दर विचार व अभिव्यक्ति आदरणीय
June 27 at 7:15pm
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Rajnee Ramdev
वाहह शानदार
June 27 at 7:39pm
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Rajesh Srivastava
बहुत सुन्दर
June 27 at 7:53pm
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Chanchala Inchulkar Soni
बहुत ही बढ़िया ...
June 27 at 8:14pm
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Rajesh Srivastava
सराहनीय भावाभिव्यक्ति
June 27 at 8:50pm
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निशि शर्मा 'जिज्ञासु'
सुंदर सृजन।
June 27 at 9:34pm
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Indira Sharma
Umda
June 28 at 1:25pm
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ओम प्रकाश शुक्ल
ReplyDeleteलाजवाब कृति
June 28 at 10:55pm
-------------------via /fb/युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच
Ramkishore Upadhyay
रोज़ मधुमास है
रात हर ख़ास है
धड़कने नाचती
तू जो मेरा स्वास है।--अद्भुत
June 29 at 12:16am
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Neelam Hasteer
ReplyDeleteबहुत सुंदर व शानदार सृजन ।
June 30 at 8:56pm
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Yashodhara Singh
अनुपम सृजन आदरणीय
June 30 at 9:05pm
------------------via fb/मुक्तक-लोक
Rajesh Mittal
ReplyDeleteBahut khoob
July 2 at 8:48pm
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Namita Kichlu
Vaah
July 2 at 10:52pm
-------------------via fb/poetry junction
Pintu Mahakul
ReplyDeleteA thirsty mind understands the value of meeting beloved one. Night gives calmness and rose gives charm and fragrance. Love is beautiful and beauty is love. Life wonders and wanders but life's goal is near him. An excellent devotional poem is shared here.
July 9 at 6:13pm
--------------------via fb/TL