A poetry meet (kavy goshti) held at
Hiranandani Meadows, Thane (Maharashtra) under the agies of Yuva Utkarsh
Sahitiyk Manch/India on 12th June, 2016
युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (महाराष्ट्र शाखा )के तत्वाधान में रविवार
12 जून 2016 को एक काव्य संगोष्ठी हीरानंदानी मीडोज /ठाणे में आयोजित की गयी. इस काव्य
गोष्ठी को युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच के राष्टीय अध्यक्ष आदरणीय रामकिशोर उपाध्याय
जी, राष्टीय कोषाध्य्क्ष आदरणीय सुरेशपाल वर्मा
जसाला जी, राष्टीय सचिव श्री ओम प्रकाश शुक्ल जी दिल्ली से आकर, संगोष्ठी के अध्यक्ष आदरणीय सतीश वर्मा जी और पी टी ट्यूसडे के संयोजक
श्री अनीश ववयरे जी ने अपनी उपस्तिथि से काव्य गोष्ठी को ना केवल गरिमा प्रधान की अपितु
एक यादगार शाम को अपने काव्य पाठ से निमंत्रित कवियों एवं श्रोताओं को को श्रेष्ठ काव्य
रस की अनुभूति से सराबोर कर दिया. भारतीय भाषाओँ को, विशेषकर हिंदी -मराठी के कवियों
को एक मंच पर लाने की मंशा लिए, इस मंच ने अपने प्रथम प्रयास में जो सफलता प्राप्त
की, इसका मुझे आभास नहीं था. इस का श्रेय युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच से जुड़े सन्मान्य
कवि के साथ साथ ठाणे से संचालित मैक्स-मीट सोशल /पोएट्री ट्यूसडे से जुड़े सन्मान्य
वरिष्ठ और युवा कवियों को जाता है जिन्होंने इस गोष्ठी में अपनी हिंदी-मराठी रचनाओं द्वारा योगदान
दे कर सभी उपस्तिथ सहभागियों का मन जीत लिया. श्री रामकिशोर उपाध्याय जी, श्री सुरेशपाल
वर्मा जसाला जी,श्री ओम प्रकाश शुक्ल जी, श्री सतीश वर्मा जी, डॉ. दिवाकर पोखरयाल,
श्री राज किशोर मिश्र, श्री भारत भूषण शर्मा,(सभी हिंदी रचनाकार) श्री अनीश वव्यारे, श्री जयेश रमैया, सुश्री कल्पना
रमैया, सुश्री कामेश्वरी कुलकर्णी,श्री कल्पेश आचार्या (सभी मराठी-हिंदी रचनाकार), श्री अविनाश कुमार मिश्र
(हिंदी-अवधि-मैथिली) का में हार्दिक आभारी हूँ जिन्होंने इस गोष्ठी में बड़े ही आत्मीय एवं अनौपचारिक काव्य पाठ से सभी को अभिभूत कर दिया. गोष्ठी के
सफल संचालन के लिए श्री ओम प्रकाश शुक्ल जी को हार्दिक धन्यवाद. में श्री मणि कौल और
सुश्री आशिता कौल का भी हार्दिक आभारी हूँ जिन्होंने इस काव्य संगोष्ठी को सफल बंनाने
में अपना भरपूर योगदान दिया. कुछ उपलभ्ध छाया चित्र पेश हैं/.........
त्रिभवन कौल
================================================
Ramkishore Upadhyay
ReplyDeleteJune 12 at 7:55pm
युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच /महाराष्ट्र राज्य का प्रथम काव्य समारोह सम्पन्न
----------------------------------------------------------------
आज हीरानंदानी मिडोज,थाने में वरिष्ठ साहित्यकार श्री सतीश वर्मा जी की अध्यक्षता में एवम मंच अध्यक्ष और श्री Tribhawan Kaul /उपाध्यक्ष एवम अध्यक्ष ,महाराष्ट्र की गरिमामय उपस्थिति में प्रथम काव्य- समारोह सम्पन्न हुआ जिसमे कोषाध्यक्ष श्री Suresh Pal Verma Jasala और Om Prakash Shukla / महामंत्री के अलावा Poetry Tuesday के संयोजक श्री अनीश व्यवहारे सहित मुम्बई और महाराष्ट्र से अनेक हिन्दी और मराठी के कवियों और कवयित्रियों ने भाग लिया । मंच का सफल संचालन ओम प्रकाश शुक्ला जी किया ।
रामकिशोर उपाध्याय
अध्यक्ष /युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच
Ramkishore Upadhyay
ReplyDeleteJune 13 at 3:45pm
---------------------------
युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच /महाराष्ट्र राज्य का प्रथम काव्य समारोह सम्पन्न
----------------------------------------------------------------
कल हीरानंदानी मिडोज,ठाणे,महाराष्ट्र में वरिष्ठ साहित्यकार श्री सतीश वर्मा जी की अध्यक्षता में एवम श्री Tribhawan Kaul /राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवम अध्यक्ष ,महाराष्ट्र एवम मंच के संरक्षक आ.Bharat Bhushan Sharma जी की गरिमामयी उपस्थिति में मंच की महाराष्ट्र इकाई का प्रथम काव्य- समारोह सम्पन्न हुआ जिसमे कोषाध्यक्ष श्री Suresh Pal Verma Jasala और Om Prakash Shukla / महामंत्री के अलावा Poetry Tuesday के संयोजक श्री अनीश व्यवहारे, कल्पेश आचार्य ,कल्पना रमैया,राजकिशोर मिश्र ,अविनाश मिश्र ,मणि कौल ,कामेश्वरि कुलकर्णी ,दिवाकर पोखरियाल सहित मुम्बई और महाराष्ट्र से अनेक हिन्दी और मराठी के कवियों और कवयित्रियों ने भाग लिया और सभी ने सुन्दर काव्य पाठ किया । मंच का सफल संचालन ओम प्रकाश शुक्ला जी ने किया ।आ.Tribhawan Kaul जी का इस आयोजन को करने और एक अच्छी मेजबानी के लिये सपरिवार हार्दिक आभार। उनके द्वारा किया सम्मान अवर्णनीय है । सादर नमन उन्हें..
रामकिशोर उपाध्याय
अध्यक्ष /युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच
Kameshwari Kulkarni
ReplyDeleteJune 14 at 6:07am
Tribhawan sir, thanks for the invite, a beautiful , meaningful poetry meet and the encouraging words.
Om Prakash Shukla
ReplyDeleteJune 14 at 7:42am
आपका आत्मीय आतिथ्य अत्यंत सुखद रहा। आपके इस सफल प्रयास हेतु शब्द नही है हमारे पास। सादर नमन श्रीमन।।
Ramkishore Upadhyay
ReplyDeleteJune 14 at 7:53am
यह सब सफलता आपके परिश्रम ,साहित्य अनुराग और लगन का परिणाम है ।आपने जिस तरह से गैर हिन्दी भाषियों को हिन्दी से जोड़ा ,वह वंदनीय है ।पुनः बधाई और आभार
Suresh Pal Verma Jasala
ReplyDeleteJune 14 at 8:09am
आदरणीय आपके संयोजस में आयोजित यह काव्य समारोह बहुत शानदार ,, लाजवाब ,,एवं यादगार रहा ,,, परिवार के सभी सदस्यों के स्नेहिल भावों का हृदय की गहराइयों से अभिनंदन करता हूँ,,, इस समारोह की सरसता ,मधुरता ,और अनुपमता सदैव बनी रहेगी,, यादगार कार्यक्रम के लिये बहुत बहुत बधाई
डॉ पवन विजय
ReplyDeleteJune 14 at 9:14am
सफल आयोजन की बधाई
Via fb/ 15 June 9.55 am
ReplyDelete--------------------------
राजकिशोर मिश्र 'राज' wrote: "युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (महाराष्ट्र शाखा )के तत्वाधान में रविवार 12 जून 2016 को एक काव्य संगोष्ठी हीरानंदानी मीडोज /ठाणे में आदरणीय श्री त्रिभवन कौल जी महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष की अगुआई मे महाराष्ट्र मे प्रथम काव्य गोष्ठी आयोजित की गयी. इस काव्य गोष्ठी को युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच के राष्टीय अध्यक्ष आदरणीय रामकिशोर उपाध्याय जी, राष्टीय कोषाध्य्क्ष आदरणीय सुरेशपाल वर्मा जसाला जी, मुख्य संयोजक /युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच श्री ओम प्रकाश शुक्ल जी दिल्ली से , एवम् बड़ौदा से आए संगोष्ठी के अध्यक्ष आदरणीय सतीश वर्मा जी और पी टी ट्यूसडे के संयोजक श्री अनीश ववयरे जी ने अपनी उपास्थित से काव्य गोष्ठी को एक यादगार शाम के रूप मे परिणित हो गयी सर्वप्रथम आदरणीय श्री सुरेश पाल वर्मा जसाला जी के मुखारबिंद से माँ सरस्वती की अनुपम वंदना से दिव्य ज्ञान गंगा की धारा प्रस्फु टि त हो उठी वीर रस के कवि आदरणीय जसाला जी देशभक्ति से ओतप्रोत कविता मुक्तक गीतिका मुहावरा युक्त रचनाओं ने शमा बाँध दिया भाव विभोरता अपने चमोत्कर्ष पर थी मंत्रमुग्ध कवि श्रोता खुद को भूल चुके थे तालियों की गड़गड़ाहट कवि का संबल था मंच का संचालन आदरणीय श्री ओम प्रकाश शुक्ला जी अपने काव्य पाठ से निमंत्रित कवियों एवं श्रोताओं को को श्रेष्ठ काव्य रस की अनुभूति से सराबोर कर दिया. भारतीय भाषाओँ को, विशेषकर हिंदी -मराठी के कवियों को एक मंच पर लाने का सराहनीय कार्य का श्रेय आदरणीय कौल जी के अथक प्रयास का प्रतिफल था युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (महाराष्ट्र शाखा ) ने अपने प्रथम प्रयास में जो सफलता सहभागिता के मूल निहित उत्कर्ष छू लिया युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच से जुड़े सन्मान्य कवि के साथ साथ ठाणे से संचालित मैक्स-मीट सोशल /पोएट्री ट्यूसडे से जुड़े सन्मान्य वरिष्ठ और युवा कवियों को जाता है जिन्होंने इस गोष्ठी में अपनी हिंदी-मराठी रचनाओं द्वारा योगदान दे कर सभी उपास्थित सहभागियों का मन जीत लिया. श्री रामकिशोर उपाध्याय जी, श्री सुरेशपाल वर्मा जसाला जी,श्री ओम प्रकाश शुक्ल जी, श्री सतीश वर्मा जी, डॉ. दिवाकर पोखरयाल, श्री भारत भूषण शर्मा,(सभी हिंदी रचनाकार) श्री अनीश वव्यारे, श्री जयेश रमैया, सुश्री कल्पना रमैया, सुश्री कामेश्वरी कुलकर्णी,श्री कल्पेश आचार्या (सभी मराठी-हिंदी रचनाकार), श्री अविनाश कुमार मिश्र (हिंदी-अवधि-मैथिली) आदरणीय उपाध्याय जी की संदेशप्रद कविता मुक्तक आदरणीय सतीश वर्मा जी की हास्य रचनाएँ आदरणीय श्री ओम प्रकाश शुक्ल जी का अवधी प्रेम श्री जयेश रमैया जी हास्य रचना मुख्य आकर्षण केंद्र रही / हिन्दी ,अँग्रेज़ी मराठी के कवियों का अनुपम समागम देखने योग्य था आदरणीय कौल साहब की हास्य कविता सुन दिल बाग-बाग हो गया"
Deo Narain Sharma
ReplyDeleteJune 15 at 10:25pm
बहुत ही सुन्दर साहसिक और साहित्यिक कदम है।यह एक मील का पत्थर सावित होगा।सभी को बधाई और शुभकामनाएं।आस्था और विश्वास के अनुपम सुन्दर महकते पुष्प से काव्य जगत की बगिया खिलखिलाती हुई निःसंदेह आभाषित और अवलोकित हो रही है।
-----------------------
Kameshwari wrote:
ReplyDelete"Had a wonderful experience of Hindi poetry at a poetry meet (kavy goshti) held at Hiranandani Meadows, Thane (Maharashtra) under the aegis of युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच /India on 12th June, 2016.We the members of Poetry Tuesday are extremely obliged to have been invited by the outstanding, accomplished poet and writer Tribhawan Kaul sir for this meaningful kavi sammelan.It was a completely different experience to write in Hindi especially for this meet and then getting accolades and loads of encouraging comments from the experienced lot.Will sure think of writing more in Hindi also for from what I've learnt from this meet is that, Poetry has no language boundaries and a little goofing up of grammar does not necessarily mean goofing up of feelings and emotions.Thanks all for being so encouraging."
Anish Vyavahare
ReplyDeleteJune 16 at 7:48pm
Thank you for inviting all of us, Tribhawanji. It was great to meet the folks you enjoy poetry with when you are in Delhi. It was lovely listening to the poems and meeting your family too. But I am afraid, I must say, the best poetry of the meet was the wonderful snacks prepared at your place! You must extend my appreciation for them to those who made them!