राजनीति
------------
कैसा है व्यापार
क्यों हैं हम लाचार ?
रातें हैं उझड़ी सी'
खोटें हैं किरदार !
कब कैसे दें धोखा'
सादे मगर' अय्यार I
ले विश्वास' की ओट
रचते प्रपंच ह'ज़ार I
भारत मांगे खून
सुलग' मत बन अंगार I
Kaisa hai vyapaar
kyun hain hum laachaar I
Raaten hain ujdi see
khote hain kirdaar I
Kab kaise den dhokha
saade magar ayyaar.I
Le vishwaas kee aut
rchte prapanch hazaar. I
bharat mange khoon
sulgo mt bn angaar.II
------------------------
सर्वाधिकार सुरक्षित/त्रिभवन कौलKaisa hai vyapaar
kyun hain hum laachaar I
Raaten hain ujdi see
khote hain kirdaar I
Kab kaise den dhokha
saade magar ayyaar.I
Le vishwaas kee aut
rchte prapanch hazaar. I
bharat mange khoon
sulgo mt bn angaar.II
------------------------
ReplyDeleteRajesh Pathak
Waahhhhhhh... Waahhhhhhh... Waahhhhhhh...
May 26 at 10:41pm
--------------------------------
Ram Kesh Mishra
वाह्ह्ह्ह्ह् सुदर भावपूर्ण सृजन ।
May 26 at 11:07pm
---------------------------
Amit Verma
वाह्ह्ह् सुंदर
May 27 at 1:02am
----------------------------
गुप्ता कुमार सुशील
वाहहह .... सार्थक सृजन आदरणीय , स्वागत है जानदार रचना का आपका |
May 27 at 1:23am
----------------------------
Ashok Ashq
वाहह्ह्ह्ह्ह वाहह्ह्ह्ह्ह बेहतरीन शानदार
-----------------------------via fb/ Yuva Utkarsh Sahitik Manch
ReplyDeleteVijay Mishr Daanish
वाह्ह्ह्ह्ह्ह् वाह्ह्ह्ह् आदरणीय बेहतरीन गीतिका ।शानदार युग्म ।सरस भावो की खूबसूरत अभिव्यक्ति ।हार्दिक बधाई
May 26 at 9:03pm
------------------------------------------
Kailash Nath Shrivastava
बहुत सुन्दर रचना वाहह
May 26 at 9:04pm
---------------------------
Laljee Thakur
सुंदर
May 26 at 10:39pm
-----------------------------------
Shyamal Sinha
वाह वाह बहुत सुन्दर
May 26 at 10:45pm
--------------------------------------
Musafir Vyas
एक विचार और चिंतन का मंथन भरा आगाज -------- आद. नमन
May 26 at 11:56pm
---------------------------------------
Deepshikha Sagar
वाह्ह्ह्ह् वाह्ह्ह्ह्ह् सुन्दरतम ख्यालों को खूबसूरत शब्दों में ढालती लाजवाब गीतिका ....नमन
May 27 at 12:00am
-----------------------------------
Veena Nigam
वाह्ह्ह्हह अति सुन्दर भावों से युक्त गीतिका ...बधाई आपको सुन्दर सृजन की
May 27 at 3:32am
---------------------------------------
Sharda Madra
वाह्ह्ह्ह्ह् बेहतरीन सृजन।
May 27 at 9:49am
----------------------------------------
वसुधा कनुप्रिया
वाहहहहह वाहहहहह, अत्यंत सुंदर और सार्थक सृजन
May 27 at 11:46am
-----------------------------------via fb/Muktak Lok
Rashmi Jain
ReplyDeleteBehtreen
May 27 at 12:19am
----------------------------
Kapil Kumar
Waah
May 28 at 10:30 am
-------------------via fb/pushpganda