लघुतम कथा (Flash Fiction)
चारा
------------------------------
रचना ने उस व्यक्ति के इरादों को भांपने में समय नहीं लगाया . भीड़ थी तो उसे
कोई डर नहीं लगा पर अब वह भयभीत थी . राकेश किसी काम में फंस गया था और
रचना को यह बात उसको बहुत देर बाद फ़ोन पर बतायी . नेटवर्क नहीं मिलने पर वह
स्टेशन के बाहर आ गयी . बाहर भी सब सुनसान था . रचना ने पीछे मुड़ कर देखा तो
उस व्यक्ति को अपने कुछ दूर ही पाया . वह अब घबरा गयी . अचानक एक टैक्सी उसके
सामने रुकी . रचना ने चैन की साँस ली और झटपट टैक्सी का दरवाजा खोल कर बैठ
गयी .’ पीरागढ़ी ’ रचना ने कहा . टैक्सी चल पड़ी . थकी हुइ थी . आँख लग गयी . दस
मिनट बाद देखा के टैक्सी जंगल के रास्ते से जा रही थी . रचना ने चिल्ला कर टैक्सी
रोकने को कहा . टैक्सी रूक गयी . टैक्सी वाले के हाथ में रामपुरी देख कर वह बेहोश
हो गयी . होश आया तो वह पुलिस वालों से घिरी हुईं थी . टैक्सी वाले को हथकड़ी लगी
थी . स्टेशन वाला वह अजनबी उसके पति राकेश के साथ खड़ा मुस्कुरा रहा था और
पुलिसवाले उसके आदेशों का पालन तत्परता से कर रहे थे ." शुक्रिया मैम , आपने और
आपके पति ने इस खूँखार बलात्कारी को पकड़वाने में मदद की."
---------------------------------------x----------------------------------------
सर्वाधिकार
सुरक्षित/त्रिभवन कौल
Sheikh Shahzad Usmani
ReplyDeleteJuly 12 at 2:36pm
तो साहब ये विधा भी!!!! बहुत खूब आदरणीय जी....
via fb
प्रो. विश्वम्भर शुक्ल
ReplyDeleteJuly 12 at 6:09pm
ह्रदय को छू गई यह घटना जिसे आपने रोचक शब्दावली में सार्थक कथा का रूप दे दिया है नमन आपकी लेखनी को Tribhawan Kaul जी
via fb/YUSM
Pradeep Sharma 3:01pm Jul 12
ReplyDeleteNice
------------------------------------
Ramkishore Upadhyay 2:18pm Jul 12
अति सुंदर ..क्या इत्तेफाक था ।।
----------------------------------------
Chandra Prakash Pareek 9:27pm Jul 12
बहुत सुन्दर
via fb/YUSM
Dinesh K Vohra Bahut khoob dost
ReplyDelete-------------------------------------------
रंजना नौटियाल बहुत अच्छी कथा ।
---------------------------------------------
वसुधा 'कनुप्रिया' बहुत अच्छा विषय और प्रस्तुती है आदरणीय ।
via fb/Purple Pen 12 Jul 15
Jai Krishna पिछली कथा एक आतंकवादी की गिरफ्तारी, ये एक बलात्कारी की .दोंनों ही महिला प्रयासों से .आपकी लघु - कथाएँ रोचक होती हैं और महिला पात्रों से यह रोचकता बढ़ जाती है .
ReplyDeletevia fb 12 Jul 15
Nazre Imam
July 13 at 4:00am
Bht bht kamal ka likha aapne
via fb
ReplyDeleteHarmeet Gulati
July 18 at 3:16pm
superb
via fb
via fb/कथागार (युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (न्यास)द्वारा संचालित) in June 2018
ReplyDelete------------------------------------------------------------------
Sneh Pandey 1:06pm Jun 2
बहुत खूब
---------------
Rita Thakur 1:06pm Jun 2
बहुत खूब
via fb/कथागार (युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (न्यास)द्वारा संचालित) in June 2018
ReplyDelete------------------------------------------------------------------
Sudha Mishra Dwivedi 1:06pm Jun 2
बहुत सुंदर
via fb/कथागार (युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (न्यास)द्वारा संचालित) in June 2018
ReplyDelete----------------------------------------------------------------
Sharda Madra 1:06pm Jun 2
बहुत सुंदर
---------------------
अनामिका पाण्डेय तरणि 4:47pm Jun 2
सीख प्रदान करता हुआ सृजन,उत्तम रचना सर
-------------------------
via fb/कथागार (युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (न्यास)द्वारा संचालित).
ReplyDelete----------------------------------
Kviytri Pramila Pandey 12:55pm Jun 5
वाहहहहह संदेश प्रद लघु कथा