हास्य मुक्तक
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बरसों बाद दर पर मेरे जो आयी.........................क्या फ़ायदा ?
मुंह में आंत नहीं, पेट मैं दांत नहीं ...................क्या फ़ायदा ?
चाहा था जब तुम्हे, तुम भागी थी शौहर के संग
अब मुस्कुरा, जख्मो पर नमक लगाने से...........क्या फ़ायदा ?
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सर्वाधिकार सुरक्षित/त्रिभवन कौल
Prahlad Pareek 9:26pm Nov 26
बहुत ही खुबसूरत।
Nirdesh Sharma
Nirdesh Sharma 8:32pm Nov 26
क्या कहे बस वाह
Rekha Joshi
Rekha Joshi 7:15pm Nov 26
बहुत सुन्दर
Animesh Sharma
Animesh Sharma 6:20pm Nov 26
वाह !! बहुत सुन्दर.......
via fb/uva utkarsh sahitiak manch
Om Prakash Shukla 12:54pm Nov 26
ReplyDeleteसुन्दरतम् एवम् श्रेष्ठतम् रचना
हार्दिक अभिनन्दन ।
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Alok Mittal 1:28pm Nov 26
ReplyDeleteक्या बात है सर जी.....आपकी रचना का जवाब नहीं ...आपके प्रेम का दर्द चारो पंक्ति में दीखता है ...शानदार रचना को बधाई
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Nirmal Siwach 1:02pm Nov 26
सुन्दर .
via fb/uusm......
Satish Chandra Sachan 3:49pm Nov 26
ReplyDeleteवाह्ह्ह्ह्।।।।।।अति सुन्दर।।क्या बात है सर
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Pawan Batra 3:38pm Nov 26
आदरणीय बहुत सुन्दर
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Manoj Manav 2:23pm Nov 26
वाह्ह्ह्ह्ह्
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Aradhana Prasad 12:40pm Nov 26
ReplyDeleteवाह!सुन्दर!
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Anupam Kumar 11:37pm Nov 26
ReplyDeleteअति सुन्दरम भाव लिये भाव पूर्ण सृजन.... वाहहहहहहहहह बन्धुवर वाहहहहहहहहह..... बधाई...
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