Saturday 10 February 2018

कुण्डलिया





पथ्थरबाज़ वार करें ,बैठे चुप्पी साध 
जेल करें फिर छोड़ दें, लुप्त है शंखनाद 
लुप्त है शंखनाद , बच्चा  क्यों कोरट जाय
थू ऐसी सरकार, क्यों तनिक शर्म ना आय
पूछे रचनाकार , गुर्गे आये ना बाज़
पक्षी नमकहराम ,जो शह दें पथ्थरबाज़
-----------------------------------------  
सर्वधिकार सुरक्षित त्रिभवन कौल
image curtsey :- google.com

4 comments:

  1. comments via fb/युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (न्यास).
    --------------------------------------------
    Raj Kishor Pandey
    Raj Kishor Pandey 4:24pm Feb 10
    वाह आदरणीय बहुत सुंदर
    -------------------------------
    गुप्ता कुमार सुशील 5:37pm Feb 10
    जयहो आदरणीय..🙏
    सार्थक कथन ...श्रेष्ठ तंज दोगलों के नाम
    -------------------------------
    मुरारि पचलंगिया 6:02pm Feb 10
    बहुत सुन्दर
    -------------------------------
    Rajesh Srivastava 4:24pm Feb 10
    बहुत सुन्दर सराहनीय व्यंग्यात्मकता कुंडलिया,
    -----------------------------------
    Sharda Madra 4:24pm Feb 10
    अति सुंदर सृजन।
    -----------------------------------

    राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 4:24pm Feb 10
    अतीव सुन्दर सृजन हेतु बधाई जय माँ वीणा
    छंद मणिका आयोजन में, स्वागत है श्रीमान l
    छंदस चर्चा कीजिये , सुन्दर सरल विधान l
    राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी
    ---------------------------------
    Chanchlesh Shakya 5:37pm Feb 10
    वाहहहहह वाहहहहह सुन्दर सृजन आदरणीय जी सादर नमन
    ----------------------------------

    ReplyDelete
  2. via fb/Purple Pen
    ------------------
    वसुधा कनुप्रिया 9:22pm Feb 10
    वाहहह बहुत ख़ूब कहा आपने आदरणीय
    -------------------------------
    Karunanidhi Tiwari 9:22pm Feb 10
    उचित कहा आपने
    ------------------------------
    Piyush Parashar 9:22pm Feb 10
    बोलना आवश्यक है, चाहे किसी भी रूप में बोला जाय। नमन आपकी लेखनी को
    -----------------------------

    ReplyDelete
  3. via fb/आगमन ...एक खूबसूरत शुरुआत
    ---------------------------------
    Qu Een Zia 10:36am Feb 11
    वाह बेहरीन
    ------------------------
    Neelam Sahu 10:36am Feb 11
    Wwah

    ReplyDelete
  4. via fb/Purple Pen.
    ------------------
    Ramkishore Upadhyay 9:22pm Feb 10
    सुंदर रचना प्रस्तुति

    ReplyDelete