via fb/TL ------------ Hasmukh Mehta February 19 at 9:04pm Nice one,,,देश में ही..Desh - Poem by Hasmukh Amathalal धन को देश रखने का पहले गंगा मैली हो गई मौत का सन्देश ले आई हम समले ही थे की बारिश आ गई! तैयार फसल की बर्बादी हो गई। nदियाँ कीबात ही छोडो बैंको में लूट काराग छेड़ो ये राजकारणी कैसे हमारे उद्धारक हो सकते है पप्पूभाई कैसे विचारक हो सकते है? उनको नहीं लगता था देश डूब जाएगा लक्ष्मी बता देगी ठेंगा अपना बनाया हुआ राज ध्वस्त हो जाएगा "कई लाख से करोडो कैसे बन गए " ये राज खुल जाएगा। आज हर शाख पर उल्लू बैठा है उनको शर्म नहीं आती की कुसूर उनका ही है इतने साल देश को लुटते रहे अपने ही सपनों में राचते रहे। । खाना पीना सरकारी खर्चो से हवाईसफर और चिकित्सा सब पार्टी के खाते से चारपाई और दुसरा आवंटननौटंकी कीनोकपर जवान मर रहे कश्मीर की पॉलिसी पर। अब आ गया वक्त उन्हें बाहर करने का देश के कलेवर को बदलने का सामान्य आदमी के भरोसे को कायम करने का
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Rajinder Sharma Raina
February 19 at 11:17am
Jai jai
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Rajeshwer Sharma
February 19 at 10:40pm
Waahhhh! Marmik
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Hasmukh Mehta
February 19 at 9:04pm
Nice one,,,देश में ही..Desh - Poem by Hasmukh Amathalal धन को देश रखने का पहले गंगा मैली हो गई मौत का सन्देश ले आई हम समले ही थे की बारिश आ गई! तैयार फसल की बर्बादी हो गई। nदियाँ कीबात ही छोडो बैंको में लूट काराग छेड़ो ये राजकारणी कैसे हमारे उद्धारक हो सकते है पप्पूभाई कैसे विचारक हो सकते है? उनको नहीं लगता था देश डूब जाएगा लक्ष्मी बता देगी ठेंगा अपना बनाया हुआ राज ध्वस्त हो जाएगा "कई लाख से करोडो कैसे बन गए " ये राज खुल जाएगा। आज हर शाख पर उल्लू बैठा है उनको शर्म नहीं आती की कुसूर उनका ही है इतने साल देश को लुटते रहे अपने ही सपनों में राचते रहे। । खाना पीना सरकारी खर्चो से हवाईसफर और चिकित्सा सब पार्टी के खाते से चारपाई और दुसरा आवंटननौटंकी कीनोकपर जवान मर रहे कश्मीर की पॉलिसी पर। अब आ गया वक्त उन्हें बाहर करने का देश के कलेवर को बदलने का सामान्य आदमी के भरोसे को कायम करने का