पथ्थरबाज़ वार करें ,बैठे चुप्पी
साध
जेल करें फिर छोड़ दें, लुप्त है शंखनाद
लुप्त है शंखनाद , बच्चा क्यों कोरट जाय
थू ऐसी सरकार, क्यों तनिक शर्म ना आय
पूछे रचनाकार , गुर्गे आये ना बाज़
पक्षी नमकहराम ,जो शह दें पथ्थरबाज़
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सर्वधिकार सुरक्षित त्रिभवन कौल
image curtsey :- google.com
comments via fb/युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (न्यास).
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Raj Kishor Pandey
Raj Kishor Pandey 4:24pm Feb 10
वाह आदरणीय बहुत सुंदर
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गुप्ता कुमार सुशील 5:37pm Feb 10
जयहो आदरणीय..🙏
सार्थक कथन ...श्रेष्ठ तंज दोगलों के नाम
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मुरारि पचलंगिया 6:02pm Feb 10
बहुत सुन्दर
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Rajesh Srivastava 4:24pm Feb 10
बहुत सुन्दर सराहनीय व्यंग्यात्मकता कुंडलिया,
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Sharda Madra 4:24pm Feb 10
अति सुंदर सृजन।
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राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 4:24pm Feb 10
अतीव सुन्दर सृजन हेतु बधाई जय माँ वीणा
छंद मणिका आयोजन में, स्वागत है श्रीमान l
छंदस चर्चा कीजिये , सुन्दर सरल विधान l
राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी
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Chanchlesh Shakya 5:37pm Feb 10
वाहहहहह वाहहहहह सुन्दर सृजन आदरणीय जी सादर नमन
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via fb/Purple Pen
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वसुधा कनुप्रिया 9:22pm Feb 10
वाहहह बहुत ख़ूब कहा आपने आदरणीय
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Karunanidhi Tiwari 9:22pm Feb 10
उचित कहा आपने
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Piyush Parashar 9:22pm Feb 10
बोलना आवश्यक है, चाहे किसी भी रूप में बोला जाय। नमन आपकी लेखनी को
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via fb/आगमन ...एक खूबसूरत शुरुआत
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Qu Een Zia 10:36am Feb 11
वाह बेहरीन
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Neelam Sahu 10:36am Feb 11
Wwah
via fb/Purple Pen.
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Ramkishore Upadhyay 9:22pm Feb 10
सुंदर रचना प्रस्तुति