उज्ज्वल सूर्य
लुप्त होते सितारे
शोषित बच्चे I
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वसंत ऋतु
राग-रंग उत्सव
पिघले बर्फ I
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पर्वत श्रेणी
सर्पिल पथ राही
चै वृंदगान I
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प्रेम के क्षण
बेहतरीन पल
बददुआएं I
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झरते पात
स्वर्ण, भूरे, पीताभ
नग्न चित्रण I
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सर्दी की ऋतू
ठिठुरते मनुष्य
सिवाय दिल I
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सर्वाधिकार सुरक्षित / त्रिभवन कौल
Via fb/ युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (न्यास)
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Chanchala Inchulkar Soni 5:12pm Jan 3
वाहहह बहुत सुंदर सृजन आदरणीय
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Kviytri Pramila Pandey 5:12pm Jan 3
वाहहहहह अतिसुंदर
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Subhash Singh 5:12pm Jan 3
अति सुंदर
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Rajnee Ramdev 5:12pm Jan 3
वाहह बहुत सुंदर
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गुप्ता कुमार सुशील 5:12pm Jan 3
वाह्ह्ह्ह् वाह्ह्ह्ह्...सुन्दर शब्द जड़ित सार्थक अभिव्यक्ति आदरणीय......जयहो..नमन.🌹
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अलका गुप्ता 5:12pm Jan 3
वाह्ह्ह अति सुंदर सभी हाईकू
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वसुधा कनुप्रिया 6:20pm Jan 3
भावपूर्ण प्रस्तुति आदरणीय
via fb/निर्झरणी भावनाओं की
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Dipak Kumar
January 4 at 12:56pm
शानदार प्रस्तुति
via fb/Purple Pen
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DrAtiraj Singh 6:00pm Jan 3
प्राकृतिक स्वरूप...सुंदर चित्रात्मक हाइकु.....
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वसुधा कनुप्रिया
January 3 at 6:35pm
बहुत सुन्दर हाइकु सृजन आदरणीय Tribhawan Kaul जी । हाइकु विधा की विस्तृत जानकारी कृपया किसी शनिवार (काव्यशाला) के अंतर्गत दें । सादर
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Indu Gupta 6:00pm Jan 3
wah
via fb/आगमन ...एक खूबसूरत शुरुआत
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DrMohinder Sharma 6:02pm Jan 3
Heartiest congratulations