Monday 20 April 2015

बस

बस
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लो, चल पड़ीं और
बस में बैठे हम
उत्सुकता से निहार रहें हैं
खिड़की में बाहर
अपने संगी साथीओं को
जो चलचित्र की भांति
अपनी छाप छोड़ रहें हैं
मानस पटल पर
जीवन की आपा धापी को इंगित करते
दूपहिये, तिपहिये, चारपहिया वाहन
एक दुसरे कि होड़ में
आगे निकलने की दौड़ में
जीवन दर्शन के ज्ञान बखानते
कि कुछ भी तो स्थिर नहीं है
अगर स्थिर है तो बस पेड़, पौधे
लैम्पोस्ट, मील के पत्थर या फिर
हमको  विभाजित करते यह डिवाइडर
यह मन तो चंचल है
गर स्थिर हो तो बेहतर हो
पर मन का स्थिर होना कौन चाहता है
वह तो चलना चाहता है, बस की तरह
जीवन अपना उस अजनबी चालक के हाथ में दे कर
जो लाल सिग्नलों से निकाल कर
चौराहों को पार करा कर
एक गंतव्य पर उतार देता है
आगे का लक्ष्य साधने को
अपने ही कर्मो के द्वारा
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सर्वाधिकार सुरक्षित/ त्रिभवन कौल

12 comments:

  1. Aparna Pathak 6:11pm Apr 20
    Bahut badiya
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  2. Parul Rastogi 5:40pm Apr 20
    Nice one!
    via fb/PC

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  3. Poet Shriram Murthi 5:38pm Apr 20
    Sundar rachnaa..suhana safar

    via fb/PC

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  4. Prince Mandawra बेहतरीन
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    Om Prakash Shukla वाह वाह सर
    बेहतरीन सृजन
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    Alok Mittal बहुत सुंदर

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    via fb/YUSM/20-04-2015

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  5. Ramkishore Upadhyay सच जीवन है ही कुछ ऐसा सिर्फ अच्छे कर्मों से ही यह बैतरणी पार हो सकती है । आदरणीय सुंदर सृजन ।।बधाई

    via fb/YUSM/ 20-04-2012

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  6. DrArchana Gupta अति सुंदर
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    Pradeep Sharma वआह्ह्ह्ह्ह् अति सुंदर
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    Harish Lohumi बेजोड़ प्रस्तुति ! वाह आदरणीय !!!

    viaa fb/YUSM/20-04-2015

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  7. DrArchana Gupta अति सुंदर
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    Pradeep Sharma वआह्ह्ह्ह्ह् अति सुंदर
    -----------------------------------------------
    Harish Lohumi बेजोड़ प्रस्तुति ! वाह आदरणीय !!!

    via.fb/YUSM/20-04-2015

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  8. Indrajit Ghoshal Nice 1 sir
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    Nazre Imam Waaahhh kiya khoob likha aapne
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    Yaseen Anwer Good One
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    via fb/PC/20-04-2015

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  9. Sadia Khan Bohot umdaah, Sir..
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    Tilak Sethi Philosophy of life.




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    Neha R. Krishna Good write..

    via fb/PC

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  10. Anupam Alok वाहहहहह.. आदरणीय अति सार्थक , , सुंदर...व.... भावपूर्ण .. वाहहहहहहहह
    दिनेश पाण्डेय वाह वाह बहुत खूब आदरणीय
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    Aradhana Prasad उत्कृष्ट सृजन आदरणीय।

    via fb/YUSM

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  11. Vasudha Kanupriya
    Bahut khoob chitran kiya jeevan ka, maanav mann ka aapne is kavita ke maadhyam se....

    via fb/Purple Pen/20-04-2015

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  12. Rekha Joshi 10:33pm Apr 22
    बहुत सुन्दर
    ____________________________
    Suresh Pal Verma Jasala
    Suresh Pal Verma Jasala 7:28pm Apr 22
    वाह ! शानदार अभिव्यक्ति ,,,आपकी लेखनी से सुन्दर सृजन हुआ है ,,,, पढ़कर आनंद आ गया ,,,अभिनंदन आपका ,

    via fb/Kavitalok,,,

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