बस
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लो,
चल पड़ीं और
बस
में बैठे हम
उत्सुकता
से निहार रहें हैं
खिड़की
में बाहर
अपने
संगी साथीओं को
जो
चलचित्र की भांति
अपनी
छाप छोड़ रहें हैं
मानस
पटल पर
जीवन
की आपा धापी को इंगित करते
दूपहिये,
तिपहिये, चारपहिया वाहन
एक
दुसरे कि होड़ में
आगे
निकलने की दौड़ में
जीवन
दर्शन के ज्ञान बखानते
कि
कुछ भी तो स्थिर नहीं है
अगर
स्थिर है तो बस पेड़, पौधे
लैम्पोस्ट,
मील के पत्थर या फिर
हमको विभाजित करते यह डिवाइडर
यह
मन तो चंचल है
गर
स्थिर हो तो बेहतर हो
पर
मन का स्थिर होना कौन चाहता है
वह
तो चलना चाहता है, बस की तरह
जीवन
अपना उस अजनबी चालक के हाथ में दे कर
जो
लाल सिग्नलों से निकाल कर
चौराहों
को पार करा कर
एक
गंतव्य पर उतार देता है
आगे
का लक्ष्य साधने को
अपने
ही कर्मो के द्वारा
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सर्वाधिकार
सुरक्षित/ त्रिभवन कौल
Aparna Pathak 6:11pm Apr 20
ReplyDeleteBahut badiya
via fb/PC
Parul Rastogi 5:40pm Apr 20
ReplyDeleteNice one!
via fb/PC
Poet Shriram Murthi 5:38pm Apr 20
ReplyDeleteSundar rachnaa..suhana safar
via fb/PC
Prince Mandawra बेहतरीन
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Om Prakash Shukla वाह वाह सर
बेहतरीन सृजन
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Alok Mittal बहुत सुंदर
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via fb/YUSM/20-04-2015
Ramkishore Upadhyay सच जीवन है ही कुछ ऐसा सिर्फ अच्छे कर्मों से ही यह बैतरणी पार हो सकती है । आदरणीय सुंदर सृजन ।।बधाई
ReplyDeletevia fb/YUSM/ 20-04-2012
DrArchana Gupta अति सुंदर
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Pradeep Sharma वआह्ह्ह्ह्ह् अति सुंदर
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Harish Lohumi बेजोड़ प्रस्तुति ! वाह आदरणीय !!!
viaa fb/YUSM/20-04-2015
DrArchana Gupta अति सुंदर
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Pradeep Sharma वआह्ह्ह्ह्ह् अति सुंदर
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Harish Lohumi बेजोड़ प्रस्तुति ! वाह आदरणीय !!!
via.fb/YUSM/20-04-2015
Indrajit Ghoshal Nice 1 sir
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Nazre Imam Waaahhh kiya khoob likha aapne
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Yaseen Anwer Good One
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via fb/PC/20-04-2015
Sadia Khan Bohot umdaah, Sir..
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Tilak Sethi Philosophy of life.
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Neha R. Krishna Good write..
via fb/PC
Anupam Alok वाहहहहह.. आदरणीय अति सार्थक , , सुंदर...व.... भावपूर्ण .. वाहहहहहहहह
ReplyDeleteदिनेश पाण्डेय वाह वाह बहुत खूब आदरणीय
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Aradhana Prasad उत्कृष्ट सृजन आदरणीय।
via fb/YUSM
Vasudha Kanupriya
ReplyDeleteBahut khoob chitran kiya jeevan ka, maanav mann ka aapne is kavita ke maadhyam se....
via fb/Purple Pen/20-04-2015
Rekha Joshi 10:33pm Apr 22
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
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Suresh Pal Verma Jasala
Suresh Pal Verma Jasala 7:28pm Apr 22
वाह ! शानदार अभिव्यक्ति ,,,आपकी लेखनी से सुन्दर सृजन हुआ है ,,,, पढ़कर आनंद आ गया ,,,अभिनंदन आपका ,
via fb/Kavitalok,,,