तो कुछ बात बने
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तुम
सपनो की दुनिया से बाहर निकलो तो कुछ बात बने
तुम हवा में महल बनाना छोड़ दो तो कुछ बात बने
रेत
के धरातल पर व्यर्थ के कार्य परिणाम शून्य हैं
तुम अपने अंदर के हीरे को तराशो तो कुछ बात बने
तुम्हे तुम्हारी मंजिल का पता हो तो कुछ बात बने
तुम अपनी ही नयी राह निकालो तो कुछ बात बने
घिसी पिटी लीक पर चलने वाले तो यहाँ लाखों
तुम कुछ तो नया कर दिखाओ तो कुछ बात बने
किसी कमल को कीचड़ से निकालो तो कुछ बात बने
किसी के ज़ख्मों पर मरहम लगाओ तो कुछ बात बने
ज़हर बाँटने वाले तो बसे हैं संसार के कोने कोने में
तुम समुंद्र मंथन कर अमृत निकालो तो कुछ बात बने
तुम ईसा की तरह सूली चढ़ो तो कुछ बात बने
भगवान
बुद्ध की तरह बुद्ध बनो तो कुछ बात बने
तुम नानक की तरह देखो ईश्वर को चारों ओर
राम बन रावणों का नाश करो तो कुछ बात बने
तुम सत्य की कसौटी पर खरे उतरो तो कुछ बात बने
तुम असत्य का पर्दाफाश करो तो कुछ बात बने
बादल ओर बारिश का साया रहा है संसार पर सदा
तुम इन्द्रधनुष बन आशा जगाओ तो कुछ बात बने
ज़िंदगी को मानवता का सेवक बनाओ तो कुछ बात बने
मौत के सामने भी जो सीना तानो तो कुछ बात बने
अपनी कलम की ताकत को पहचानो तो, त्रिभवन
जनमानस की चेतना को जगाओ तो कुछ बात बने.
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सर्वाधिकार सुरक्षित/मन की तरंग/त्रिभवन कौल
Vinay Kumar 12:16pm Oct 30
ReplyDeleteKhoob
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Promilla Qazi 12:19pm Oct 30
ReplyDeleteBehtareen rachna sir.....kisi uddeshy ke sath jeena hi sarthak hai
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Nida Aftab 12:52pm Oct 30
ReplyDeleteBeautiful !
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Johny Khan 1:17pm Oct 30
ReplyDeleteBohot Sundar...
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Hansraj Sharma 3:51pm Oct 30
ReplyDeleteNice work...thought provoking...to attain something valuable.
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Sadia Khan 4:04pm Oct 30
ReplyDeleteBohot khoobsurat...
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Charu Dev 12:29pm Oct 30
ReplyDeleteमानवता को झकझोरने वाले शब्द हैं जो सीधे मन की गहराई में उतर जाते हैं.............
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Amit Dahiyabadshah 4:52pm Oct 30
ReplyDeleteA fine poem TK sahib
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Anupama Sarkar 12:11pm Oct 30
ReplyDeleteSach..kalam ki taqat...umda hai :)
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Menika Sajwan 4:15pm Oct 30
ReplyDeleteAwsmmmm (y)
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Uddhav Deoli 1:52pm Oct 30
ReplyDeleteतुम्हे तुम्हारी मंजिल का पता हो तो कुछ बात बने
तुम अपनी ही नयी राह निकालो तो कुछ बात बने
घिसी पिटी लीक पर चलने वाले तो यहाँ लाखों
तुम कुछ तो नया कर दिखाओ तो कुछ बात बने|| बहुत सुन्दर सृजन|
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Anil Upadhyay 6:20pm Oct 30
ReplyDeleteBehatreen rachna
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हरीश लोहुमी 7:01pm Oct 30
ReplyDeleteचेतना जगाती और प्रेरित करती रचना ! वाह !!!
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शुभदा बाजपेई 7:26pm Oct 30
ReplyDeleteज़िंदगी को मानवता का सेवक बनाओ तो कुछ बात बने
मौत के सामने भी जो सीना तानो तो कुछ बात बने---बहुत खूब !
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Driftwood Ashore 9:33pm Oct 30
ReplyDeleteSach! Jaago to तो कुछ बात बने
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Ramkishore Upadhyay
ReplyDeleteRamkishore Upadhyay 10:55pm Oct 30
तुम ईसा की तरह सूली चढ़ो तो कुछ बात बने
भगवान बुद्ध की तरह बुद्ध बनो तो कुछ बात बने
तुम नानक की तरह देखो ईश्वर को चारों ओर
राम बन रावणों का नाश करो तो कुछ बात बने===बहुत ही नायाब रचना ,, सादर बधाई
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Oct 30 at 7:37 PM
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Seharyar Khan commented on a link you shared.
Seharyar wrote: "Jiin le auron ke liye to kuch baat bane , truly stunning inspirational words"
Rajesh Kummar Sinha
ReplyDelete11:08pm Oct 31
बहुत उम्दा
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