वर्ण पिरामिड ( पटाखा/पटाखे)
-------------
क्या?
..आह!
..पटाखे
..निषेधाज्ञा !
.......पर्यावरण
...क्यों एसी चलन ?
..........बस यूँ प्रवचन I
-----------------------
आ
..मना
..त्यौहार
.....प्रदूषण
पटाखा मुक्त
..मुद्दई है सुस्त
गवाह भयो चुस्त I
-------------------------------------
सर्वाधिकार सुरक्षित /त्रिभवन कौल
All comments via fb/जसाला वर्ण पिरामिड
ReplyDelete-----------------------------------
Sheikh Shahzad Usmani
बेहतरीन विचारोत्तेजक कटाक्ष और फिर बेहतरीन प्रेरक सृजन के लिए सादर हार्दिक बधाई और आभार।
October 13 at 3:52pm
-------------------------------
Rajendra PurohitGroup Moderator
बहुत सुंदर सृजन।
October 13 at 4:25pm
-----------------------------
Reeta Grover
वाह ,लाजवाब
October 13 at 5:38pm
-----------------------------
Ambuja Malkhedkar
सुंदर सही विचार
October 13 at 5:56pm
---------------------------
Vibha Rani ShrivastavaGroup Moderator
मेरे मन अनुकूल अति सुंदर भावाभिव्यक्ति
सादर
October 13 at 6:33pm
---------------------------
Comments via fb/जसाला वर्ण पिरामिड
ReplyDelete--------------------------------
Chanchala Inchulkar Soni
बहुत सुंदर ...
October 14 at 11:39pm
----------------------------
Suresh Pal Verma Jasala
वाह सुन्दर भावप्रधान सृजन,, हार्दिक अभिनंदन
October 15 at 10:09pm
-----------------------------
Savi Kumar
बहुत सुन्दर आदरणीय
October 16