Monday 5 January 2015

तुमको क्यों आग लगी.

तुमको क्यों आग लगी.
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वह करती है मुझसे प्यार, तुमको क्यों आग लगी
है उसको भी मेरी दरकार, तुमको क्यों आग लगी.

अँधेरा डरे जिससे , वह चाँद आज  मेरे घर आया है
मेरे सूने जीवन में आई बहार, तुमको क्यों आग लगी.

जैसे  सोनिया राजीव की और अमिताब की बनी जया
वह बसाये मेरा घर  संसार, तुमको क्यों आग लगी.

उर्वशी, मेनका, रम्भा,सब  भरे उसके घर पानी
कैफ,करीना,सब बेकार, तुमको क्यों आग लगी.

गुलाबी ठण्ड में उसका बनाया जाम है हाथों में
बोनस में एक के दिखें चार, तुमको क्यों आग लगी.

हुस्न और इश्क़ के मिलन का फलसफा समझ ले
दिन में मनते है सारे त्यौहार, तुमको क्यों आग लगी

त्रिभवन मोहोब्बत गर सच्ची तो जन्म जन्मों का रिश्ता है
गर है वह गठबंधन को तैयार, तुमको क्यों आग लगी
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सर्वाधिकार सुरक्षित/ त्रिभवन कौल

15 comments:

  1. Soumya Mohanty Vilekar 12:44pm Jan 6
    waah

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  2. Shailesh Gupta 5:42pm Jan 6
    वाह... क्या बात... सर... बेहद उम्दा...

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  3. Om Prakash Shukla 12:19pm Jan 6
    वाह श्रीमान
    जवां हृदय की मस्त अभिव्यक्ति
    सादर अभिनन्दन

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  4. Aradhana Prasad 12:58pm Jan 6
    बहुत सुंदर रचना! सादर नमन !

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  5. Rama Verma 2:07pm Jan 6
    वाह्ह्ह बहुत सुन्दर .

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  6. Pawan Batra 5:16pm Jan 6
    बहुत सुन्दर

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  7. Chanchala Inchulkar Soni 6:04pm Jan 6
    वाह्ह्ह बहुत सुन्दर

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  8. Aparna Pathak 7:15pm Jan 6
    Kya baat !! Bahut khoob

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  9. Neha R. Krishna 8:31pm Jan 6
    Bahut badiya likha hai..

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  10. Vinay Kumar Singh 9:50pm Jan 6
    Awsum

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  11. Rekha Joshi 7:21pm Jan 6
    बहुत सुन्दर

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  12. Ramkishore Upadhyay 7:17am Jan 7
    अनुपम रचना ...आदरणीय कौल साहेब
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    Nirdesh Sharma 4:33am Jan 7
    क्या बात है जी
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    Ramkumar Chaturvedi 1:26am Jan 7
    वाह वाह जय ..हो अब पता चला जलन क्या होती है आदरणीय इस जलन की प्रथा को समर्पित भाव.....

    जलन किसी को मरहम कोई और लगाता है
    मनन किसी का अँतरँग कोई और बनाता है
    सवालों के जवाब देते ,सवाल बेबस हो जाये
    अगन किसी को सत्सँग कोई और जमाता है

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  13. Nalini Priyadarshni 4:44pm Jan 7
    Bahut khoob...jo jalta hai use jalne do.

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  14. Ankush Bakshi 4:54pm Jan 8
    हुस्न और इश्क़ के मिलन का फलसफा समझ ले
    दिन में मनते है सारे त्यौहार, तुमको क्यों आग लगी
    zabardast sir...

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  15. Suresh Pal Verma 7:36pm Jan 7
    majedaar

    via qpeka/

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